Umang Aikya Mar 28, 2012 0 उम्मेडें मेरे अंदर बस्ते हैं. राही चाल बारे लंबे रास्ते हैं. कितना भी मुश्किल हो सफ़र वक़्त का साथ हैं हुमे बरते चले करले सफ़र दूर हैं मंज़िल नही कोई दार उँचा उरे जैसे पतंग होगी सुबह दिल में हैं उमंग.