जिस देस में
जिस देश में सेक्रो लोग सोच से है गरीब
उस देश में कैसे रक्खे system को सरीफ
बदल दो change लाओ कहना है आसान
जब खुदको बदले तो माने की हम है इन्सान
अपने ही तो सोच ते देश का है क्या
फायदे देखे अपने देश को क्या मिला
छोरके इंसानियत बने है खुदगर्ज़
भूल गए हम की कुछ अपना भी है फ़र्ज़
बात बात में हम कहते है नेता ओ को चोर
अपने आप को साधू कहे क्या है इतनी जोर
अगर वो चोर है तो हम कहा है सरीफ
हर रोज़ जो हम करते है क्या वो काबिल-ए-तारीफ
बदल दो change लाओ कहना है आसान
अपने आप को बदल दे हम बन जाये इन्सान
जिस देश ने पुरे दुनिया में छोड़ी अपनी पहचान
वो देश क्यों रुके, क्यों झुके, क्यों रोके अपनी उड़ान