Tribute to वन्दे मातरम्
जब सो चूका यह जमीर, सो चूका यह जहाँ,
रात बनती गयी मांगता आशमा..
हर तरफ जलता रहाँ, हर तरफ मिटता चला,
मैं ना पायुं रोकने; पर हमभी हैं फिर डर कहाँ (chorus)..
हर सुबह हर धड़कने तुझे सोच कर ही मिटने को तैयार हैं,
हर कदम हर बंदिशें, सब तोरके सरहद पे हम तैयार हैं..
लहू बना हैं सात रंग हर दिल में उठता हैं धुयाँ,
तुझपे हजारो मौत भी कुर्बान हैं..
हर टशन पे तुझको ढूंढे, तुझमे पाए हर जन्म,
खौफ भी डर जाएगी अब सुनके वन्दे मातरम्..
सुजलाम सुफलाम मलय जसितालमशश्य श्यामला मातरम
वन्दे मातरम्..