HINDOSTAN
ये मेरी हिंदोस्ताँ
ये मेरी मातृभूमि
गीत ये हज़ारों के
पुकार लू जहाँ भी रहूं
तेरे बिना जग सुना सुना
लाखों में तू है हसी
उत्तर दक्षिण पूरब पचीं
प्यारा अनोखा देस मेरा
ये मेरी बचपन है
गुज़ार लू तेरे कदमों में
जी लू में इस धरती पर
गाऊँ में गुणगान तेरा
अनेक अनेक है ये अजूबे
भाषाऊं का एक सरगम
मीठी मीठी बोलियों से
जुड़ गया है यह वतन