RUK JAO
इन नन्हे नन्हे हाथों को मैइले ना करो तुम,
यह मासूम सी मुस्कान को यूँ खोने ना दो तुम,
यह उड़ते परिंदे हैं,इन्हे उड़ने दो ज़रा,
इन सबकी खुशियाँ तुम ना छीनो बेवजह,,
रुक जाओ,,रहम करो,रुक जाओ,,रहम करो,,
यह देश का भविष्या हैं,,इन्हे रोको ना तुम,,
इन्हे जीने का पूरा हक़ हैं यह चीनो ना तुम,,
यह लाएँगे सवेरा कल अंधेरा ना दो तुम,,
रुक जाओ,,रहम करो,रुक जाओ,,रहम करो,
इन खिलते फूलों को उजादो ना यूँ तुम,,
इन्हे खिलोने अगर ना दे स्कॉ इनसे यूँ ना खेलो तुम,,
अपने सपनो के लिए तोडो ना इनका सपना,,
गौर से देखो इन्हे दिखेगा कोई अपना,,
रुक जाओ,,रहम करो,रुक जाओ,,रहम करो,,
यह देश की आवाज़ हैं इन्हे बंद ना करो तुम,
इनमे खुदा का वास हैं इन्हे तंग ना करो तुम,
सच्चाई की मूरत हैं तोडो ना तुम,
रुक जाओ,,रहम करो,रुक जाओ,,रहम करो,,