Chal mere mann
चल मेरे मन्न फिर कहीं एक डगर, सूनी है आरज़ू सुना है रास्ता सुनी सी है ये धरती आमबर. चल मेरे मन्न फिर कहीं एक डगर, सूनी है आरज़ू सुना है रास्ता सुनी सी है ये धरती आमबर.
नीला नीला आमबर ये छूना दो ज़रा प्यासा प्यासा तन्न मॅन है पीने दो ज़रा- पानी बरखा का देखो बर्षा है मेरे मनवा तू काहे तरषा है चल दे तू भी उस डगर…
उड़ इस तारह बाहों में मंज़िल हो छु ले ज़मेई आसमा की बरकत को. नीला नीला आमबर ये छूना दो ज़रा प्यासा प्यासा तन्न मॅन है पीने दो ज़रा- पानी बरखा का देखो बर्षा है मेरे मनवा तू काहे तरषा है चल दे तू भी उस डगर…
चल मेरे मन्न फिर कहीं एक डगर, सूनी है आरज़ू सुना है रास्ता सुनी सी है ये धरती आमबर. चल मेरे मन्न…